Garib Kalyan Rojgar Yojana 2024: भारत एक कृषि प्रधान देश है, और यहां की अधिकांश जनसंख्या ग्रामीण इलाकों में निवास करती है। देश में बेरोजगारी और गरीबी एक जरूरी समस्या है, जिसे हल करने के लिए सरकार समय-समय पर अलग अलग योजनाएं और कार्यक्रम चलाती है। इन्हीं में से एक जरूरी योजना है गरीब कल्याण रोजगार योजना। यह योजना अक्सर उन लोगों को रोजगार प्रदान करने के लिए शुरू की गई है, जो कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी नौकरी खो चुके Garib थे या जिनके पास रोजगार के दूसरे साधन नहीं थे।
गरीब कल्याण रोजगार योजना क्या है?
गरीब कल्याण रोजगार योजना भारत सरकार द्वारा संचालित एक योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश के गरीब, बेरोजगार, और प्रवासी मजदूरों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है। यह योजना विशेष रूप से उन प्रवासी मजदूरों के लिए शुरू की गई थी, जो कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान अपने कार्यस्थलों से वापस अपने गांवों में लौट आए थे और बेरोजगार हो गए थे। योजना के अंतर्गत, सरकार ने इन मजदूरों को 125 दिनों की रोजगार गारंटी देने का लक्ष्य रखा है, जिससे उन्हें वित्तीय सुरक्षा मिल सके और उनकी आजीविका सुरक्षित हो सके।
गरीब कल्याण रोजगार योजना के लाभार्थी
गरीब कल्याण रोजगार योजना का लाभ उन लोगों को मिलेगा जो कोविड-19 महामारी के कारण बेरोजगार हो गए थे और जिनके पास रोजगार के दूसरे साधन नहीं थे। योजना के अंतर्गत ये लाभार्थी शामिल होंगे।
- प्रवासी मजदूर: जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान अपनी नौकरियां खो दी और अपने गांवों में लौट आए।
- ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी: जिनके पास रोजगार के सीमित अवसर हैं और जो गरीबी रेखा के नीचे रहते हैं।
- 16 राज्य और 125 जिले: जिनमें बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा, और झारखंड प्रमुख हैं।
गरीब कल्याण रोजगार योजना का उद्देश्य
गरीब कल्याण रोजगार योजना के कई उद्देश्य हैं, जो नीचे दिए गए हैं।
- योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सृजित करना है, ताकि लोग अपने गांव में रहकर ही अपना जीवनयापन कर सकें।
- बेरोजगार लोगों को रोजगार प्रदान कर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना इस योजना का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है।
- योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों को बढ़ावा देना, जैसे सड़क निर्माण, जल संरक्षण, और सार्वजनिक सुविधाओं का विकास करना है।
योजना के तहत किए जाने वाले काम
गरीब कल्याण रोजगार योजना के अंतर्गत कई विकास कार्य शामिल हैं, जो नीचे दिए गए हैं।
- रेलवे कार्य: रेलवे के अलग अलग निर्माण और सुधार कामों में मजदूरों को रोजगार दिया जाएगा।
- ग्रामीण विकास: गांवों में सड़क, आवास, और सामुदायिक केंद्रों का निर्माण किया जाएगा।
- पानी की व्यवस्था: कुओं का निर्माण, जल संरक्षण और कटाई के कामों में भी रोजगार दिया जाएगा।
- पशु शेड निर्माण: पशुओं के लिए शेड और आवास का निर्माण किया जाएगा, जिससे पशुपालन को बढ़ावा मिल सके।
- वृक्षारोपण और बागवानी: जंगलों में पौधरोपण और कृषि में बागवानी के कार्यों के लिए भी रोजगार के अवसर दिए जाएंगे।
गरीब कल्याण रोजगार योजना के पात्रता
गरीब कल्याण रोजगार योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए कुछ जरूरी पात्रता निर्धारित किए गए हैं।
- आयु: योजना का लाभ पाने के लिए उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- निवास स्थान: उम्मीदवार गांव या गरीबी रेखा के नीचे के इलाकों में निवास करने वाला होना चाहिए।
- दस्तावेज: उम्मीदवार के पास आधार कार्ड, लेबर कार्ड या समग्र आईडी कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता, और आवासीय प्रमाण पत्र होना जरूरी है।
गरीब कल्याण रोजगार योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
गरीब कल्याण रोजगार योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑफलाइन है। इसके लिए उम्मीदवार को अपने नजदीकी श्रम विभाग के कार्यालय में जाकर आवेदन करना होगा। वहां से आवेदन फार्म प्राप्त करने के बाद, उम्मीदवार को उसमें पूछी गई सभी जानकारी ध्यानपूर्वक भरनी होगी और जरूरी दस्तावेजों को वेरिफाई करना होगा। इसके बाद, भरे हुए आवेदन फार्म को श्रम विभाग के कार्यालय में जमा करना होगा। यदि सभी जानकारी और दस्तावेज सही पाए जाते हैं, तो उम्मीदवार को योजना का लाभ दिया जाएगा।
गरीब कल्याण रोजगार योजना का बजट
सरकार ने इस योजना के लिए 50 हजार करोड़ रुपये का बजट अलॉट किया है, जिससे 25 अलग अलग विकास कामों के माध्यम से रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकें। इन विकास कामों में आंगनवाड़ी केंद्र, सामुदायिक केंद्र, सड़क, आवास, बागवानी, जल संरक्षण, और दूसरे पब्लिक काम शामिल हैं।
गरीब कल्याण रोजगार योजना के लाभ
गरीब कल्याण रोजगार योजना से देश के गरीब, बेरोजगार, और प्रवासी मजदूरों को कई लाभ प्राप्त होंगे।
- मजदूरों को 125 दिनों की रोजगार गारंटी मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे अपनी आजीविका को सुरक्षित कर सकेंगे।
- योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे गांवों में बुनियादी सुविधाओं का विकास हो सकेगा।
- योजना के तहत मजदूरों को उनकी कार्यकुशलता के आधार पर रोजगार प्रदान किया जाएगा, जिससे उनके कौशल का विकास भी हो सकेगा।